Qatra is Hindi Song Sung by Stebin Ben and Music of Song is given by Sanjeev Chaturvedi. Sanjeev Chaturvedi has Written the Qatra Lyrics.
Song is released by Music Label Name Sony Music India on Youtube Channel and I Hope You Will Satisfy to See Lyrics Of Qatra Song
Qatra Song Credits :
Qatra Hindi Lyrics
दिल डरबदार है
आशियाँ ढूनडता है
तेरी आँखों में यह
ख्वबगाह ढूनडता है
बेपनाह है ज़रा मेहरबान
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
बस इश्क़ ही माँगा है
अंबार तो नही माँगा
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
मेरे सीने पे रख हाथ अपना ज़रा
गौर से सुन मेरी धड़कने कह रही
मेरे सीने पे रख हाथ अपना ज़रा
गौर से सुन मेरी धड़कने कह रही
सुंले दिल की ज़ुबान मेहरबान
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
बस इश्क़ ही माँगा है
अंबार तो नही माँगा
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
आँखों की आरज़ू है तुम रहो सामने
एक लम्हा कभी डोर जाना नही
आँखों की आरज़ू है तुम रहो सामने
एक लम्हा कभी डोर जाना नही
कर्दे ऐसा ज़रा मेहरबान
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
बस इश्क़ ही माँगा है
अंबार तो नही माँगा
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
दिल डरबदार है
आशियाँ ढूनडता है
तेरी आँखों में यह
ख्वबगाह ढूनडता है
बेपनाह है ज़रा मेहरबान
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
बस इश्क़ ही माँगा है
अंबार तो नही माँगा
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
मेरे सीने पे रख हाथ अपना ज़रा
गौर से सुन मेरी धड़कने कह रही
मेरे सीने पे रख हाथ अपना ज़रा
गौर से सुन मेरी धड़कने कह रही
सुंले दिल की ज़ुबान मेहरबान
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
बस इश्क़ ही माँगा है
अंबार तो नही माँगा
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
आँखों की आरज़ू है तुम रहो सामने
एक लम्हा कभी डोर जाना नही
आँखों की आरज़ू है तुम रहो सामने
एक लम्हा कभी डोर जाना नही
कर्दे ऐसा ज़रा मेहरबान
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
बस इश्क़ ही माँगा है
अंबार तो नही माँगा
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
Qatra English Lyrics
Dil darbadar hai
Aashiyan dhundhta hai
Teri aankhon mein yeh
Khwaabgah dhundta hai
Bepanah hai zara meharbaan
Qatra hi to maanga hai
Samundar to nahi maanga
Bas ishq hi maanga hai
Ambar to nahi maanga
Qatra hi to maanga hai
Samundar to nahi maanga
Qatra hi to maanga hai
Samundar to nahi maanga
Mere seene pe rakh hath apna zara
Gaur se sun meri dhadkanein keh rahi
Mere seene pe rakh hath apna zara
Gaur se sun meri dhadkanein keh rahi
Sun le dil ki zuban meharban
Qatra hi to maanga hai
Samundar to nahi maanga
Bas ishq hi maanga hai
Ambar to nahi maanga
Qatra hi to maanga hai
Samundar to nahi maanga
Qatra hi to maanga hai
Samundar to nahi maanga
Aankhon ki aarzu hai tum raho saamne
Ek lamha kabhi door jaana nahi
Aankhon ki arzoo hai tum raho saamne
Ek lamha kabhi door jaana nahi
Karde aisa zara meharban
Qatra hi to maanga hai
Samundar to nahi maanga
Bas ishq hi maanga hai
Ambar to nahi maanga
Qatra hi to maanga hai
Samundar to nahi maanga
Qatra hi to maanga hai
Samundar to nahi maanga
0 Comments
Post a Comment